देहरादून।
उत्तराखंड में अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के लिए शिक्षकों की भर्ती होने जा रही है। इसके लिए जल्द ही शिक्षकों की स्क्रीनिंग परीक्षा आहूत कराई जाएगी। जिसमें चयनित शिक्षक अटल उत्कृष्ट विद्यालयों का हिस्सा बन सकेंगे। दरअसल, सरकारी माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को ही अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में शिक्षक के तौर पर तैनाती का मौका दिया जा रहा है। जिसके लिए हजारों शिक्षकों ने आवेदन किए हैं। प्रदेश के 189 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में अब जल्द ही शिक्षकों की कमी दूर होने जा रही है। उत्तराखंड सरकार ने राज्य में सीबीएसई बोर्ड के तहत अटल उत्कृष्ट विद्यालय संचालित किए हैं. जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। शिक्षा विभाग इन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए परीक्षा करवाने जा रहा है। खास बात यह है कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में तैनाती के लिए केवल सरकारी माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को ही आवेदन करने का मौका दिया जा रहा है। इन शिक्षकों को स्क्रीनिंग परीक्षा के जरिए चयनित किया जाएगा। राज्य के 189 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में करीब 821 शिक्षकों की कमी है. जिसमें प्रवक्ता और सहायक अध्यापक के पद शामिल हैं। प्रवक्ता के 552 पद तो सहायक अध्यापक के 269 पद खाली हैं। शिक्षा महानिदेशक झरना कामथन ने बताया कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए भर्ती किए जाने का निर्णय लिया गया था और इसीलिए स्क्रीनिंग परीक्षा के जरिए शिक्षकों को इन विद्यालयों में शिक्षक बनने का मौका दिया जा रहा है। हालांकि, उत्तराखंड में सीबीएसई बोर्ड के तहत विद्यालयों का संचालन तो किया जा रहा है, लेकिन बोर्ड परीक्षा के दौरान इन विद्यालयों के परिणाम बेहद खराब रहे थे। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड से इन विद्यालयों को हटाए जाने तक की मांग होने लगी थी। लेकिन इस पर निर्णय नहीं हो पाया है. इन सब स्थितियों के बीच इन विद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की गई है जिसके लिए 3412 शिक्षकों ने आवेदन किया है। इन विद्यालयों में आवेदन करने वाले शिक्षकों सबसे जरूरी बात अंग्रेजी माध्यम में बच्चों को पढ़ाने में सक्षम होना है। साथ ही इसमें 55 साल से अधिक उम्र के शिक्षक आवेदन नहीं कर पाएंगे।