Thursday, June 19, 2025
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आज से झेलिए बिजली कटौती, यह होगा पावर कट का पूरा शेड्यूल

दिन झेलिए बिजली कटौती, यह होगा पावर कट का पूरा शेड्यूल
देहरादून में पथरीबाग बिजलीघर से जुड़े करीब 24 इलाकों के लिए यूपीसीएल ने 30 अप्रैल तक शटडाउन का शेड्यूल सुबह 10 से शाम 5 बजे तक जारी कर दिया है। इस दौरान 33/11

देहरादून में लोगों को गर्मी के बीच बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा। देहरादून में 24 कॉलोनियों में अगले तीन दिन तक पावर कट रहेगा। ऊर्जा निगम की ओर से पावर कट को लेकर शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है

देहरादून में पथरीबाग बिजलीघर से जुड़े करीब 24 इलाकों के लिए यूपीसीएल ने 30 अप्रैल तक शटडाउन का शेड्यूल सुबह 10 से शाम 5 बजे तक जारी कर दिया है। इस दौरान 33/11 केवी पथरीबाग बिजलीघर के लिए 33 केवी लाइन का निर्माण किया जाएगा।

इस कारण देवऋषि एन्क्लेव, आशीर्वाद एन्क्लेव, वसुंधरा एन्क्लेव, त्रिमूर्ति विहार, देहराखास, पटेलनगर, साईंबाबा एन्क्लेव, नारायण विहार, ओम सिटी, पाम सिटी, अवंतिका विहार, कारगी रोड, कारगी चौक, आदर्श विहार, बहुगुणा कॉलोनी, टीएसडीसी कॉलोनी, विद्या विहार, ग्रीन सिटी समेत कई जगह बिजली की दिक्कत हो सकती है।

वहीं, 33/11 केवी बिजलीघर के मातावाला बाग क्षेत्र में टेस्टिंग की वजह से 30 अप्रैल को सुबह 10 से शाम पांच बजे तक बिजली सप्लाई की दिक्कत रहेगी। इस वजह से कुसुम विहार, रीठामंडी, लक्खीबाग, शिवराम कॉलोनी, मुस्लिम कॉलोनी, पटेलनगर, लक्ष्मण चौक, कांवली रोड, खुड़बुड़ा, झंडा बाजार, पार्क रोड, गुरु रोड क्षेत्र के उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

गर्मियों में बिजली उपलब्धता की तैयारी में जुटा यूपीसीएल

देहरादून में गर्मियों में होने वाले संभावित बिजली संकट से निपटने की तैयारी में यूपीसीएल मैनेजमेंट जुट गया है। पर्याप्त मात्रा में बिजली उपलब्ध कराने को लॉन्ग टर्म पॉवर परचेज एग्रीमेंट पर फोकस किया जा रहा है।

इसके लिए यूपीसीएल ने बिजली कंपनियों से आवेदन मांग लिए हैं। मई, जून के महीने में बिजली की मांग अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच जाती है। पिछले साल 14 जून को बिजली की मांग रिकॉर्ड 62.11 एमयू पहुंच गई थी। इसके कारण बिजली की कटौती करनी पड़ी।

मांग-आपूर्ति में बड़ा अंतर
उत्तराखंड में बिजली की मांग और आपूर्ति में अभी बहुत बड़ा अंतर है। सामान्य दिनों में बिजली की मांग 45 एमयू से लेकर 50 एमयू के बीच रहती है। गर्मियों में यही मांग 62 एमयू को भी पार कर जाती है। जबकि राज्य के पास अपने संसाधनों से 10 एमयू बिजली भी गर्मियों में उपलब्ध नहीं हो पाती।

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